(झारखण्ड देखो/प्रतिनिधि)
दुमका: संताल परगना बंदोवस्त विभाग के तीन सहायक बंदोवस्त पदाधिकारी सहित सात बंदोवस्तकर्मियों के खिलाफ गुरूवार को दुमका के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दर्ज कराया गया है। परिवाद साहिबगंज जिला के रांगा थाना के विजयपुर पतना गांव निवासी एक आदिवासी महिला शांति बेसरा ने दर्ज कराया है। दर्ज परिवाद में विभाग के नकल शाखा के प्रभारी सह सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी इम्तियाज अहमद, अभिलेखागार प्रभारी सह सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी एजाज हुसैन अंसारी, तत्कालीन अभिलेखागार प्रभारी सह सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी राणा उमेश सिंह, तत्कालीन अभिलेखागार लिपिक अरूण कुमार तापचे, लिपिक कृत्यानंद सुमन, पहाड़िया रिकार्ड कीपर, साहिबगंज अशोक पाल, तत्कालीन पेशकार उमेशचंद्र मिश्रा सहित अन्य को आरोपी बनाया है। परिवाद में पीड़िता ने बताया कि घटना 31 जुलाई 2020 का है। आरोप है कि साहिबगंज जिला के अंचल पतना मौजा विजयपुर का जमाबंदी खतियानी रैयत है। जिसका तश्दीक पर्चा है। तश्दीक पर्चा 19 जुलाई 2007 मे उसके पति विनोद हेम्ब्रम का नाम दर्ज है। उपरोक्त जमीन को अचानक 24 जुलाई 20 को लोदो हांसदा, गोपीनाथ हांसदा एवं अन्य बेचने लगा। जानकारी पर विरोध करने पहुंची तो तश्दीक पर्चा में खाता नंबर 45 गेंजर-35 में लोदो हांसदा एवं अन्य का बिना किसी आदेश का नाम दर्ज है। बाद में पर्चा व नकल निकालने 9 जुलाई 2020 को पर्चा व नकल निर्गत करने पर आरोपी पदाधिकारियों का हस्ताक्षर मिला। पीड़िता ने सहायक बंदोवस्त पदाधिकारियों के मिलीभगत से गहरी साजिशन धोखाधड़ी कर जाली दस्तावेज तैयार करने का आशंका व्यक्त करते हुए न्यायालय से न्याय का गुहार लगायी है। इस बावत उपायुक्त सह बंदोवस्त पदाधिकारी एवं मुख्यमंत्री को 21 दिसंबर 2020 को भी आवेदन प्रेषित किया गया था। डीसी के जांच के आदेश पर भूमि उपसमाहर्ता की जांच रिपोर्ट भी जालसाजी का प्रमाण मिला है। जिसकी सूचना पीड़िता द्वारा नगर थाना, दुमका को भी देते हुए आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आग्रह किया। जहां कानूनी कार्रवाई नहीं होने पर एसीजेएम के न्यायालय में पीड़िता ने मामला दर्ज करा न्याय की गुहार लगायी है। यहां बता दें कि संताल परगना बंदोवस्त कार्यालय, दुमका में ऐसे कई मामले लगातार सामने आ रहे है। जिसकी अगर जांच किया जाये तो बंदोवस्त विभाग की सैकडो खामियां उजागर होंगे और कई कर्मियों पर गाज गिरने की संभावना है।