दुमका । परिसदन में मंगलवार को झाविमो के केंद्रीय अध्यक्ष व झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 26 मई को हुए आदिवासी सम्मेलन की समीक्षा करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि कार्यकर्ता ही संगठन को मजबूत बनाते हैं। कहा कि झाविमो के प्रति आदिवासियों का भरोसा बढ़ा है। उन्होंने पंचायतवार समीक्षा करते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को 2019 के चुनाव की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। सभी पंचायत प्रभारियों को गांव-गांव जाकर झाविमो की नीतियों से ग्रामीणों को अवगत कराना चाहिए। बाबूलाल ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से जनता का मोह भंग हो चुका है। यह सरकार किसान, आदिवासी, मूलवासी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, युवा विरोधी है। सरकार सिर्फ अडाणी-अंबानी जैसे बड़े उद्योगपतियों के बारे में सोचती है।उन्होंने कहा कि 2009 के चुनाव में झाविमो और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था जिसमें दोनों दलों ने मिलकर 25 सीटों में 22 गैर आदिवासी सीटों को जीता था और तीन आदिवासी सीट पर विजयी हुए थे। भाजपा और जदयू ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा था मगर दोनों दल मिलकर 20 सीट ही जीत पाए थे। इनमें 10 आदिवासी बाहुल्य सीट थे। झामुमो ने 18 सीटो पर जीत दर्ज की थी। कहा कि अगस्त महीने में एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। उस कार्यशाला के बाद कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर पार्टी को मजबूत करेंगे।
बैठक में केंद्रीय प्रवक्ता प्रो अंजुला मुर्मू, जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह बिट्टू , कार्यसमिति सदस्य छोटू मुर्मू , पिटू अग्रवाल, मार्था हांसदा, राजेश मुर्मू, श्यामदेव हेम्ब्रम, प्रखंड अध्यक्ष सुभाष मरांडी, शैलेंद्र हेम्ब्रम, सुखलाल सोरेन, मो. सलाम, पोरमिला मरांडी, सारदा हेम्ब्रम, मो. कबीर, शिबू सोरेन, पौलुस मुर्मू, पीटर मिंज , संतु, रवींद्र मरांडी, हराधन मरीक, राधाकांत हेंब्रम, दिलीप मरांडी, मो. फारुक, प्रवीण सिँह , नीरेन पाल, बबलू, जगन किस्कु, जयप्रकाश मंडल, जयप्रकाश शर्मा मौजूद थे।