सर्वधर्म रीति रिवाज से संपन हुई प्रशासनिक भवन की पूजा

दुमका। सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय परिसर में 30 जून को हूल दिवस के अवसर पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के हाथों उदघाटन होने वाले प्रशासनिक भवन का   कई धर्मगुरूओं ने आदिवासी रिति-रिवाज से पूजा-पाठ किया। सर्वप्रथम दिग्घी गांव के मांझी हड़ाम, नायकी निकोलस हेम्ब्रम, राईसिम टुइ, प्रधान हाकिम सोरेन, मुखिया जयचिंता सोरेन, गुड़ेत श्याम हासंदा आदि ने पारंपरिक संताली रिति-रिवाज से गृह प्रवेश के लिए पूजा किया। वही ईसाई धर्म के किंगडम ऑफ़ गॉड फूल गॉसिप चर्च के  बिशप सह झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य  रेवरन डा़ जयराज मार्क, दुमका डायोसीस के फादर सनातन किस्कू, निराला कोठी चर्च के पादरी सह सेक्रेड हर्ट स्कूल के सहायक निदेशक फादर इग्नेशियस मरांडी, मोलवीन टुडू आदि ने प्रशासनिक भवन में विशेष प्रार्थना सभा के अलावा किंगडम आफ गोड का प्रार्थना, बाईबल के वचन, पवित्र जल का छिड़काव किया गया। सभी छात्र, प्राध्यापकों, शिक्षकेत्तर कर्मियों आदि के लिए भी प्रार्थना की गई।

रविवार को मुस्लिम धर्म गुरुओं के द्वारा सभी के लिए अमन-चैन के लिए दुआ मांगी गयी। सोमवार को हिन्दू रिति-रिवाज से पूजा की जाएगी। रेवरेंड सामऐल के नेतृत्व में रोक बैंड के टीम ने हिंदी,इंग्लिश एवं संथाली में प्राथना गीत गाया।

इस मौके पर कुलपति डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने कहा कि इस तरह पहली बार है जो सभी धर्मगुरूओं के द्वारा गृह प्रवेश के लिए  पूजा किया गया। चुकी भारत धर्मनिरपेक्ष देश है, इसीलिए सभी धर्मो का सम्मान किया जाना चाहिए।  मोके पर सभी धर्म के गुरुओ को  शाल एवं मोमेन्टो देकर समानित भी किया गया। कार्यक्रम में प्रतिकुलपति प्रो. एचपी शर्मा, डीएसडब्ल्यू डा. गौरव गांगुली, डॉ प्रमोदनी हासंदा  आदि मौजूद थे। आर्ट एंड कल्चर बोर्ड की डारेक्टर प्रो. अंजुला मुर्मू के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा स्वागत सम्बोधन किया गया। मोके पर प्रो अंजुला मुर्मू ने अल्फा रॉक बैंड के साथ कई गीतों को गाकर विश्वविद्यालय परिसर को आनंद विभोर कर दिया।धन्यवाद ज्ञापन डॉ. पी पी सिंह के द्वारा दिया गया।

Post Author: News Desk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *