दुमका. रामगढ़ प्रखंड की एक बालिका 10 दिन पूर्व देवघर जाने के लिए दुमका बस स्टैंड आई, पर भूलवश वह साहेबगंज की गाड़ी पर चढ़ गई और वह साहेबगंज पहुंच गई। इधर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। बालिका के परिजनों ने अपने सभी संबंधियों के घर जाकर बालिका के बारे में काफी खोजबीन किया, पर वह कहीं नहीं मिली। साहेबगंज में बच्ची स्टेडियम रोड में भटक रही थी, इसी बीच किसी अनजान व्यक्ति के द्वारा चाइल्ड लाइन को फोन पर इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने पर बच्ची को चाइल्डलाइन टीम के सदस्य ने बालिका को अपने शेल्टर होम में रखा। डीसीपीओ साहेबगंज के द्वारा इसकी सूचना जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती को दी गई। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चंद्र ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बालिका के परिजनों को खोज निकाला तथा चाइल्ड लाइन साहेबगंज से बालिका को आज मंगवाकर, बाल कल्याण समिति दुमका के समक्ष स्वयं उपस्थित होकर उपस्थापन करवाया।
बालिका के हित को देखते हुए बाल कल्याण समिति ने बालिका को उसकी मां को सुपुर्द किया। सुनवाई में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज कुमार साह, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, धर्मेंद्र नारायण प्रसाद, रमेश प्रसाद साह, सुमिता सिंह एवं संरक्षण पदाधिकारी रंजू कुमारी, कुमारी आकांक्षा उपस्थित थे।