दुमका। पुलवामा में आतंकियों के कायराना हरकत से उत्पन्न गमगीन माहौल में सादगी के साथ राजकीय जनजातीय हिजला मेला का शुभारंभ हो गया।हिजला के ग्रामप्रधान सुनीराम हाँसदा ने नारियल फोड़कर और फीता काटकर विधिवत रुप से मेला का शुभारंभ किया।बाद में अतिथियों ने मरांग बुरु की पूजा अर्चना कर विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी पंडालों का भी अवलोकन किया।उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने क्रीड़ा ध्वज का आरोहन कर तक तीर चलाकर विधिवत रुप से खेलकूद कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया।अवसर पर तमाम अतिथियों तथा दर्शकों ने दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा आतंकी कार्रवाई में शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि दी।
अवसर पर संबोधित करते हुए उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने कहा कि लगभग 14 दशकों से मेला अपने पारंपरिक वैभव तथा जनजातीय सांस्कृतिक एवं सामाजिक जीवन को दर्शाने में पूरी तरह कामयाब रहा है ।आने वाले दिनों में मेला के स्वरूप को और ज्यादा भव्य और आकर्षक बनाने हेतु जिला प्रशासन पूरी तरह कृतसंकल्पित है। उन्होंने तमाम लोगों को पूरे हर्षोल्लास के साथ मेला का लुफ्त उठाने की अपील की।
धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अनुमंडल पदाधिकारी दुमका सह राजकीय जनजातीय हिजला मेला आयोजन समिति के सचिव राकेश कुमार ने कहा कि आतंकियों के कायराना हरकत से निराश होकर हम अपने दैनिक जीवन को प्रभावित नहीं होने देंगे। कहा कि मेला देखने आने वाले दर्शकों के सुरक्षा हेतु 50 सीसीटीवी कैमरे तथा एसएसबी के जवानों के द्वारा सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। मेला में गड़बड़ी पैदा करने वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है ।ऐसे लोगों के विरुद्ध प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।अवसर पर अपने संबोधन में जिला परिषद अध्यक्ष जायस बेसरा ने आम लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने के साथ-साथ अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने की अपील की।
अवसर पर ग्राम प्रधान सुनीराम हाँसदा,सरुआ पंचायत की मुखिया मंजूलता सोरेन, अनिवासी भारतीय डा.धुनीराम सोरेन,सिद्धो कानू मुर्मू के वंशज मंगल मुर्मू तथा बांग्लादेश से आए अतिथि जोगेंद्र नाथ सोरेन तथा नागेन पावरिया ने भी लोगों को संबोधित किया। अवसर पर प्रो अंजुला मुर्मू, धनी सोरेन तथा कोरनेलियस मरांडी के स्वर में गाया गया हिजला थीम सांग भी प्रस्तुत किया गया। इससे पूर्व हिजला मेला आयोजन समिति में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कलाकारों,विभिन्न विद्यालय तथा महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं तथा नगर के तमाम गणमान्य लोगों ने दुमका के मूक बधिर विद्यालय से हिजला मेला परिसर तक शहीदों के सम्मान में मौन जुलूस निकालकर अपनी श्रद्धांजलि दी।
अवसर पर संताल परगना महिला महाविद्यालय छात्रावास संख्या 1, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जरमुंडी, एकलव्य मॉडल विद्यालय काठीजोरिया, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय काठीकुंड, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय शिकारीपाड़ा, संताल परगना महिला महाविद्यालय छात्रावास संख्या 2, मध्य विद्यालय हिजला के कलादल तथा मोहुलबना के कलाकारों द्वारा शसांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
अवसर पर दुमका के उपायुक्त सह राजकीय जनजातीय हिजला मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष मुकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश,उप विकास आयुक्त वरुण रंजन, प्रशिक्षु आईएएस शशि प्रकाश सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी दुमका राकेश कुमार, जिला परिषद अध्यक्षा जायस बेसरा,सांसद प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह,एसएसबी के कमांडेंट संजय गुप्ता,एन ई.पी के निदेशक विनय कुमार सिंकू, डीआरडीए के निदेशक दिलेश्वर महतो,उप निदेशक जनसंपर्क शालिनी वर्मा,दुमका प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार, डीएसपी पूज्य प्रकाश, सामाजिक कार्यकर्ता ब्रेंटियस किस्कू, झारखंड कलाकेंद्र के प्राचार्य गौरकांत झा,खेलकूद संघ के सचिव उमाशंकर चौबे,मीडिया संयोजक मदन कुमार, मंच संचालक जीवानंद यादव के साथ साथ हिजला मेला खेलकूद कार्यक्रम आयोजन समिति तथा हिजला मेला सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति के तमाम सदस्य उपस्थित थे।