रांची । देश के विभिन्न राज्यों में विभिन्न पत्रकार संगठनों द्वारा लगातार पत्रकारों की सुरक्षा की मांग सरकार से की जाती रही वहीं, दूसरी तरफ पत्रकारों पर हमला और दुर्व्यवहार सहित मारपीट का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी क्रम में झारखंड की राजधानी रांची में एक बार फिर से लोकतंत्र के चौथे स्तम्ब पर हमला हुआ है। न्यूज़ कवरेज के दौरान पत्रकारों पर हमला किया गया जिसमें तीन पत्रकारों को गंभीर रूप से चोटिल हुए आनन फानन में इनको स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जांच के लिए रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान रेफर कर दिया गया, अस्पताल के डॉक्टरों की मानें तो पत्रकारों को गंभीर चोटे आई है कुछ चोटें ऐसी भी है जो समझ नहीं आ रहा है , शायद अंदरूनी चोट है इसलिए इन्हें रिम्स अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं उन्होंने चोट लगने मामले पर सीटी स्कैन करने की भी बात कही। मालूम हो कि रांची के पत्रकार चंदन भट्टाचार्य, अंजनी कुमार और संदीप कुमार के साथ रांची विश्वविद्यालय में धरना पर बैठे शिक्षकेतर कर्मचारियों की न्यूज़ कवरेज के दौरान विश्वविद्यालय प्रबंधक द्वारा रोकने की कोशिश की गई जिसके बाद पत्रकारों ने कहा यह हमारा काम है, हमें ना रोके और फिर एकाएक कर्मचारियों की एक टीम गंदी गालियों का प्रयोग करते हुए आई और पत्रकारों पर हमला बोल दिया।
हालांकि पत्रकारों पर हमला के तुरंत बाद यह बात मीडिया जगत में आग की तरह फैली और रांची के पत्रकार एकजुट होकर स्थानीय कोतवाली थाना पहुंचे, जहां थाना प्रभारी से लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग करते रहे। वही प्रशासनिक अधिकारियों ने भी कार्रवाई की बात करते हुए पत्रकारों को आश्वस्त किया। साथ ही कहा कि अभी ली तो की जांच बाकी है सीटी स्कैन सहित विभिन्न जांच के बाद यानी मेडिकल रिपोर्ट के बाद कार्रवाई में आसानी होगी। वही इस मामले को लेकर एक बार फिर से पत्रकारों में भारी रोष है और वे कार्रवाई की मांग को लेकर अडिग दिख रहे हैं साथ ही साथ प्रशासन से इस तरह के मामले पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे है। साथ ही कोतवाली थाने मे जमकर रांची के कुलपति आर प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की । वही इस मामले की जानकारी मिलने के बाद कुछ राजनीतिक चेहरे भी अपनी राजनीति चमकाने स्थानीय थाना पहुंचे और इस मामले में कार्रवाई के साथ पत्रकारों को इंसाफ दिलाने के लिए अपने को पक्षधर भी बताया। इस रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश कुमार सहित सैकड़ों की संख्या में पत्रकार थाने में मौजूद रहे, वही ऑल इंडियन रिपोर्टर एसोसिएशन के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद मोइजुद्दीन ने भी पत्रकारों के उपचार के समय काफी सहयोग किया साथ ही उनके साथ हुए इस मामले पर कठोर निंदा करते हुए कहा कि देश सहित राज्य और खासकर राजधानी के पत्रकार इन दिनों अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, क्योंकि लगातार ऐसे लोगों द्वारा इनके साथ मारपीट, दुर्व्यवहार जैसी घटनाएं हो रही है । इसलिए प्रशासन और सरकार से मांग करते हैं कि पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले दुर्व्यवहार जैसे मामलों पर अंकुश लगाया जाए साथ ही सरकार से मांग की के पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करते हुए इन पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए। अन्यथा पत्रकारों का समय भविष्य में आंदोलन को बाध्य होंगे।