जमशेदपुर: आज झारखंड की बुलंद पहचान देश और दुनिया में है। लेकिन क्या 5 साल पहले की क्या स्थिति थी उसे जरा याद करें। कांग्रेस और जेएमएम के राज में यहां से भ्रष्टाचार की खबरें आती थी। लूट की खबरें आती थी। इन दोनों के पार्टी के शीर्ष नेताओं पर आज भी भ्रष्टाचार के केस अदालतों में चल रहे हैं। अपने निजी स्वार्थ के लिए, भ्रष्टाचार के लिए इन्होंने मुख्यमंत्री पद का सौदा तक कर दिया था। उस दौरान यहां क्या-क्या खेल खेले गए। इसकी जानकारी आप सभी को है। 5 वर्ष पहले तक झारखंड राजनीतिक स्थिरता के लिए भी चर्चा में रहता था। आप सभी ने 15 साल में झारखंड में 10 बार मुख्यमंत्रियों को बदलते हुए देखा है। गुजरात में मैं 13 साल तक अकेला मुख्यमंत्री रहा। परिणाम है आज गुजरात कहां से कहां पहुंच गया। *जितनी तेजी से झारखण्ड का मौसम नहीं बदलता था उतनी तेजी से यहां के मुख्यमंत्री बदल जाते थे। इस अस्थिरता के लिए मूल रूप से कांग्रेस और जेएमएम के नेताओं का स्वार्थ निजी स्वार्थ ही जिम्मेदार रहा है।* लेकिन भाजपा ने इस अस्थिरता के इस दौर पर रोक लगाई। पहली बार 5 वर्ष तक एक ही मुख्यमंत्री झारखंड को दिया। इसका परिणाम है। नक्सलवाद पर प्रभावी चोट हो पा रही है। व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बन पाया है। इस स्थिरता को बनाए रखने के लिए। इस माहौल को बनाए रखने के लिए झारखंड पुकार रहा है भाजपा दोबारा। कांग्रेस, जेएमएम के गठबंधन को यहां की स्थिरता रास नहीं आ रही है। इसलिए वे एक ऐसी व्यवस्था चाहते हैं जिसमें इनका कारोबार फलता फूलता रहे।* अब आपको 7 और 12 दिसंबर को कमल निशान पर अपना वोट डालना है। याद रखिए यह सिर्फ व्यक्तियों के बीच का चुनाव नहीं है। यह 19 साल के झारखण्ड को एक सही।दिशा देने का चुनाव है। *याद रखें। मोदी की एक ही पहचान है। मेरी पहचान एक ही है। मोदी सिर्फ और सिर्फ कमल का फूल ही लेकर आता है। अगर कमल का फूल है तो फिर वहां मोदी है अगर कमल का फूल नहीं है वहां मोदी नहीं है। ये बातें नरेंद्र मोदी ने जमशेदपुर के गोपाल मैदान में आयोजित जनसभा में कही।
जमशेदपुर की धरती श्रम की धरती..उद्यम की धरती
प्रधानमंत्री ने कहा कि जमशेदपुर की धरती श्रम की धरती है। उद्यम की धरती है। यह धरती लाखों लोगों के सपनों को साकार करने की धरती है। दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाली धरती है। कोई व्यक्ति कैसे अपने दम पर आगे बढ़ सकता है उसकी यह प्रेरणा स्थली है। श्रमिक का पसीना उद्यमी की संवेदना, कर्तव्यनिष्ठा राष्ट्रवाद कैसे अद्भुत परिणाम ला सकते हैं का उदाहरण जमशेदपुर है। मेरा तो एक प्रकार से जमशेदपुर से सीधा नाता है, क्योंकि टाटा परिवार गुजरात से और मैं भी।
स्वाभाविक रूप से टाटा परिवार की यादें गुजरात से जुड़ी हुई है। ऐसे में स्मरण होना बहुत स्वाभाविक है ।
प्रधानमंत्री बनने के बाद यह दूसरा कार्यक्रम है। 2014 में मैंने आपसे कहा था कि हमारी सरकार दिल्ली में सिमटकर रहने वाली नहीं है। हम एसी कमरों में फैसले करके चैन से सोने वाले लोग नहीं हैं। भाजपा की सरकार ने केंद्र सरकार को दिल्ली से बाहर निकाल कर देश के कोने-कोने तक पहुंचाया है। दशकों से चली आ रही इस व्यवस्था में परिवर्तन का बहुत बड़ा लाभ झारखंड को मिला है। आज झारखंड भारत के इतिहास की कुछ क्रांतिकारी योजनाओं की गंगोत्री बना है उद्यम स्थली बना है।
भाई और बहनों आयुष्मान भारत योजना जो दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम है इसकी शुरुआत का गौरव झारखंड के खाते में है एक साल में ही देश के 700000 से अधिक मरीजों को इसमें करीब 200000 तो मेरे झारखंड के ही हैं उनको गंभीर बीमारी की स्थिति में मुफ्त इलाज मिल चुका है देश के किसान को खेत मजदूर को छोटे दुकानदार को 60 वर्ष की आयु के बाद निश्चित पेंशन योजना की शुरुआत का गौरव भी झारखंड को मिला है।
झारखंड की धरती से ग्रामोदय से भारत उदय के सफल अभियान की शुरुआत हुई
प्रधानमंत्री ने बताया कि देश के करोड़ों किसानों और छोटे व्यापारियों को तीन हजार रुपये के पेंशन की योजना से बुढ़ापे का सहारा मिल रहा है। यही नहीं 2022 तक देश के हर आदिवासी बाहुल्य ब्लॉक तक एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने की शुरुआत भी इसी झारखंड से हुई है। इसके अलावे झारखंड की धरती से ग्रामोदय से भारत उदय के सफल अभियान का शुभारंभ हुआ। इस साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम भी झारखंड में किया गया। राज्य को देश और दुनिया में नई पहचान दिलाने का श्रेय आप सभी को है। भारतीय जनता पार्टी की टीम को है।
भाजपा के डबल इंजन का झारखंड को कैसे लाभ हुआ है, इसका हिसाब जानना जरूरी है
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 5 वर्षों में झारखंड के विकास के लिए दिल्ली और रांची में भाजपा सरकार के डबल इंजन ने मिलकर काम किया है। भाजपा के डबल इंजन का झारखंड को कैसे लाभ हुआ है, इसका हिसाब जानना जरूरी है। 2014 से पहले जो कांग्रेस की सरकार केंद्र में थी। झारखंड के लिए उसने झारखंड के लिए कितने रुपए दिए उससे कई गुना अधिक बजट झारखंड को दिल्ली की भाजपा सरकार ने दिया है, इसमें भी भाजपा की डबल इंजन सरकार ने झारखंड के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने उसको बेहतर बनाने का काम किया है। यही कारण है कि आज झारखंड में रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी मजबूत करने वाले प्रोजेक्ट तेजी से चल रहे हैं। 2014 से पूर्व झारखंड में करीब 26 सौं किलोमीटर नेशनल हाईवे बने थे। 5 वर्षों में करीब 700 किलोमीटर नेशनल हाईवे या तो बन चुके हैं या बहुत जल्द पूरे पूरे होने की तैयारी में हैं। इस तरह रेलवे को मजबूत करने के लिए भी अभूतपूर्व और तेजी से कार्य हुआ है। मैं आपको यह भी याद दिला दूं 2014 से पूर्व कांग्रेस ने झारखण्ड के रेल इन्फ्राट्रक्चर के लिए 2 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए थे। जबकि भाजपा सरकार ने बीते 5 वर्ष में उसका 5 गुना यानी 10 हजार करोड़ रुपये झारखंड को दिया। इसका परिणाम यह हुआ कि *2014 से पहले के 5 वर्ष में जहां 300 किलोमीटर से कम रेल लाइन चालू की गई वहीं केंद्र में भाजपा शासन के दौरान झारखंड में करीब 700 किलोमीटर लाइन खोली गई। यानी सीधे-सीधे दोगुना से अधिक का काम रेलवे लाइनों के लिए किया गया।* इतना ही नहीं यहां सीएनजी जैसी प्रदूषण रहित आधुनिक व्यवस्था भी झारखंड के अनेक शहरों में विकसित की जा रही है। इसके लिए गैस पाइपलाइन से झारखंड को जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना का भी बहुत बड़ा लाभार्थी झारखंड है। यह जमशेदपुर है।
स्थिर सरकार होती है। तब उद्योग और निवेश के लिए माहौल बनता है
प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए आप सभी की सुविधा के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। दिल्ली और झारखंड में दोनों जगह भाजपा की सरकार होती है तब विकास की रफ्तार और तेज हो जाती है। *जब इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होता है, सरकार स्थिर होती है तब उद्योग व निवेश के लिए माहौल बनता है। यहां की भाजपा सरकार ने भरपूर कोशिश की है कि झारखंड में निवेश को आकर्षित किया जाए।* ताकि यहां के युवाओं को यहीं पर रोजगार मिल सके। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि स्टील के साथ-साथ यहां मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े उद्योग भी झारखण्ड में लगे। विशेष तौर पर कपड़ा उद्योग, रेशम उद्योग के लिए झारखंड में अनेक संभावनाएं हैं। जिस को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है। झारखंड हमेशा से कच्चे रेशम के मामले में अग्रणी रहा है। लेकिन पहले की सरकारों ने इसके विकास के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए। सिंहभूम का यह इलाका हो सरायकेला हो, सिमडेगा हो झारखंड के करीब हर हर हिस्से में रेशम की पैदावार होती है। हमारे आदिवासी परिवार, जनजातीय परिवार बड़ी संख्या में इसके उत्पादन से जुड़े हैं। *भाजपा की सरकार झारखंड को रेशम का कपड़े का एक हब बनाने के विजन के साथ आगे बढ़ रही है। इसी सोच के साथ बीते 5 वर्षों में करोड़ों रुपयों की मदद झारखंड को दी गई है। इसका परिणाम है कि पहले से यहां रेशम के उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज की गई। बीते 5 वर्ष में सिर्फ रेशम उद्योग में पौने दो लाख में रोजगार मिले हैं। आने वाले 5 वर्षों में भाजपा की सरकार रेशम उद्योग, कपड़ा उद्योग को यहां और सशक्त बनाने वाली है।
हमने भारत के स्टील को सड़क से लेकर सेटेलाइट तक में प्राथमिकता दी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज अगर दुनिया का दूसरा बड़ा स्टील उत्पादक बना है, तो इसमें जमशेदपुर झारखंड का आप सभी साथियों का बहुत बड़ा योगदान है। बीते 5 वर्ष में हमने भारत के स्टील को सड़क से लेकर सेटेलाइट तक हर काम में प्राथमिकता दी है। आज भारत में ही बना स्टील मेक इन इंडिया के विजन को सशक्त कर रहा है। *भारत में ही बनी स्टील से रेलवे ट्रैक बन रहे हैं, मेट्रो ट्रेन बन रहे हैं, वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी आधुनिक ट्रेनी बन रही है। आने वाले समय में स्टील की मांग और उत्पादन तेज होने वाला है जिससे जमशेदपुर में झारखंड में स्टील उद्योग के विस्तारीकरण के पूरी संभावना है।
श्रमिकों से जुड़ा कानून बना रहें है जिससे श्रमिकों का जीवन आसान होगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास औद्योगिकरण बढ़ावा देने का तो है ही उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों का जीवन स्तर भी बढ़ाने के लिए निरंतर कदम उठाए गए। कुछ माह पूर्व श्रमिकों की न्यूनतम आय से जुड़ा एक अहम कानून बनाया गया जिससे यहां के श्रमिक साथियों को भी लाभ मिलना तय है। इस सत्र में हम श्रमिकों से जुड़ा कानून बनाने जा रहें हैं, इससे श्रमिकों का जीवन और आसान होगा। उनके हितों की रक्षा होगी। भाजपा की सरकार ने समाज के उस वर्ग की चिंता की है इसको हमेशा सिर्फ नारों से ही लुभाया गया था। हमारे जो असंगठित क्षेत्र के साथी हैं या जो सड़कों पर काम करते हैं दुकानों में काम करते हैं ठेला चलाते हैं ऐसे श्रमिक साथियों की चिंता पहली बार भाजपा सरकार ने की है। श्रम योगी मानधन योजना से ऐसे साथियों को 60 वर्ष के बाद पेंशन की सुविधा दी गई है। इतना ही नहीं सरकार की जो दूसरी योजनाएं हैं उसका भी सबसे अधिक लाभ इसी वर्ग को हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो घर मिल रहे हैं, उसका बड़ा लाभ श्रमिक वर्ग को मिल रहा है।
*2022 तक हर गरीब परिवार का पक्का घर होगा*
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 जब भारत की आजादी के 75 साल होंगे। *हिंदुस्तान में एक भी गरीब को झुग्गी झोपड़ी में जिंदगी गुजारने की गुजारनी नहीं पड़ेगी। हिंदुस्तान के गरीब से गरीब हर परिवार का अपना पक्का घर होगा।* मैंने काम का बीड़ा उठाया है और इसे आजादी के 75 साल में पूरा करना है। उज्जवला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन और सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन की योजना का लाभ भी श्रमिकों को, आदिवासियों को, दलितों को पिछड़ों को मिला है।*
संवेदनशीलता हो या फिर मुश्किल फैसले लेने का साहस यह सिर्फ भाजपा की सरकार ने करके दिखाया है
प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में जो कांग्रेस की सरकार रही, उसने समस्याओं को समस्याओं को उलझाया है हमने हमने समस्याओं को सुलझाया है, उन्होंने देश को लूटा है हमने देश को लौटया है। इसलिए झारखंड गंभीर पुरानी समस्याओं को सुलझाने काम भी भाजपा ही करेगी।* देश आजाद हुआ तब से हिंदुस्तान के हर कोने में जम्मू कश्मीर के चर्चा चल रही थी। आर्टिकल 370 की चर्चा चल रही थी। संविधान में उसे टेंपरेरी लिखा गया था। टेंपरेरी को परमानेंट बनाने में कांग्रेस लगी थी। कोई उसको हाथ लगाने से डरता था। *लेकिन देश की जनता ने मोदी को इसके लिए नहीं भेजा था। देश की जनता ने मोदी को कठोर फैसले के भेजा है। देश के लिए निर्णय के लिए भेजा है मैं राजनीति के हिसाब किताब नहीं करता हूं।* दशकों से लटका हुआ आर्टिकल 370 को निकाल पाए। अगर हम नेक इरादे से काम करते हैं सिर्फ और सिर्फ देश के लिए काम करते हैं तो देश आशीर्वाद भी देता है झारखंड भी आशीर्वाद देता है जमशेदपुर भी आशीर्वाद देता है।
रामजन्म भूमि का विवाद सुलझा
प्रधानमंत्री ने कहा कि राम जन्मभूमि विवाद हमारे आने के बाद पैदा हुआ क्या। राम जन्मभूमि विवाद सुलझना जरूरी था या नहीं। कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए मामले को लटका कर रखा। वर्तमान सरकार इतना बड़ा मसला राम जन्मभूमि का सुलझा दिया। सभी समाजों ने इसका स्वागत किया। भाईचारा मजबूत हुआ। यही तो रामजी की ताकत है ।
हमारी मुस्लिम माताओं बहनों को सम्मान से जीने का हक मिलना चाहिए
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुस्लिम माताओं बहनों को सम्मान से जीने का हक मिलना चाहिए। हमारे मुस्लिम बहनों के साथ इतना घोर अन्याय होता था। तीन तलाक जिंदगी तबाह कर देता था। अनेक बेटियां शादी करके सपने लेकर जाती थी और तबाह होकर वापस लौटती थी। कोई बोले या ना बोले सच यह है कि तीन तलाक के कारण कुछ मुस्लिम पुरुष भी परेशान दुखी था। मुसलमान समाज का हर वर्ग दुखी था। क्योंकि हर मुसलमान के बाप को चिंता रहती थी की बेटी की शादी कर भेज तो रहा हूं लेकिन तीन तलाक के कारण कहीं इसे वापस ना आना पड़े। हर भाई को चिंता रहती थी बहन को बहन को विदा तो कर रहा हूं लेकिन तीन तलाक के कारण यही बहन घर वापस लौट कर न आ जाए। हर बाप चिंतित था। आज तीन तलाक कानून लाकर हमने मुसलमान भाइयों को, बहनों की इज्जत की जिंदगी की रक्षा करने का काम किया है।
मध्यमवर्ग को मिला छूट, ओबीसी को सम्मान
प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यम वर्ग को वर्तमान सरकार ने इनकम टैक्स में छूट की सीमा 5 लाख करने की मांग कर रहा था। यह भाजपा की सरकार है जिसने 5 लाख तक के आय को टैक्स से मुक्त किया। सामान्य वर्ग का गरीब दशकों से आरक्षण की मांग कर रहा था। उनकी कोई नहीं सुनता था। यह मोदी सरकार है, जिसने अपने समाज के गरीब के बच्चों को न्याय देने का काम किया है। ओबीसी पिछड़े वर्ग के साथी वर्षों से पिछडा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। यह काम भी तीन तीन दशक से लटकता रहा। यह काम भी पूरा हमने किया।
67 साल में 3 मेडिकल कॉलेज 5 साल में 7 मेडिकल कॉलेज
प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखंड की जमशेदपुर की एक और बड़ी समस्या जो कांग्रेस के शासन की देन रही वह थी मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर का आभाव। बीते 5 वर्ष में इसको लेकर भी राज्य और केंद्र सरकार की भाजपा सरकार से बहुत लाभ हुआ है। एक प्रकार से मेडिकल सेक्टर में यहां तेजी से परिवर्तन आ रहा है। आजादी के बाद 3 मेडिकल कॉलेज थे। 5 साल में मेडिकल कॉलेज की संख्या 7 हो चुकी है। जो पुराने जिला अस्पताल हैं, मेडिकल कॉलेज हैं उनके आधुनिकरण विस्तारीकरण का काम आने वाले समय में हम तेज करने वाले हैं। ऐसे ही प्रयासों का परिणाम है कि झारखंड में मेडिकल पढ़ाई की सीटें 5 वर्ष में दोगुनी हो चुकी हैं इतना ही नहीं झारखंड को अपना पहला एम्स भी भाजपा सरकार ने दिया है। जब केंद्र व राज्य सरकार हो, में एक ही लक्ष्य एक ही मिशन पर चलने वाली सरकार हो तो काम होते हैं। इसलिए विकास के इंजन को और मजबूत बनाना है।