भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री साईमन मरांडी अपनी ही पार्टी के मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत पर उतर आये हैं। ईसाई समुदाय से आने वाले साईमन मरांडी ने रघुवर दास को चेतावनी देते हुए कहा कि सीएम सार्वजनिक मंच पर अनर्गल प्रलाप करना बंद करे, वरना इससे राज्य का साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ेगा। दुमका में पत्रकारों से बातचीत के दौरान साईमन ने कहा कि अगर कोई पादरी जबरन धर्मांतरण करा रहा है तो उसके खिलाफ जांच होनी चाहिए, लेकिन खास धर्म को निशाना बनाकर अनाप-शनाप बोलना संवैधानिक पद का अपमान है। साइमन मरांडी ने सीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दिनों संथाल परगना दौरे पर लिट्टीपाड़ा में सार्वजनिक मंच से मुझे उतार दिया गया। मुख्यमंत्री ने सरकारी कार्यक्रम का हवाला देकर मंच से उतरवाया। ऐसा इसलिए किया गया कि क्योंकि मैं ईसाई हूं। उन्होंनें कहा कि मुख्यमंत्री इस तरह भोले- भाले आदिवासियों के बीच दरार पैदा करना चाहते हैं। सुदूर देहात में रहने वाले आदिवासी धर्म व पंत से हटकर आपस में काफी मेलजोल से रहते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री रघुवर दास की ओर से धर्मान्तरण के खिलाफ लगातार बोले जाने से लोगों में उत्तेजना पैदा हो रही है, जो राज्यहित में नहीं है। मुख्यमंत्री ईसाइयों पर निशाना साधकर अपने आका को खुश करने में लगे हुए हैं।जिस तरह सीएम रघुवर दास पूरे राज्य को हांक रहे हैं उससे जनता का भला नहीं होने वाला है।
बीजेपी गरीबों की पार्टी नहीं है। राज्य में कहीं भी विकास नहीं दिखता है। सीएम रघुवर दास विकास का हौवा खड़ा कर रहे हैं। मैं सिर्फ सच बोल रहा हूं। इसके लिए मुझे पार्टी निकाल दे तो मुझे मंजूर है।साईमन ने कहा कि भाजपा में लोकतंत्र नहीं है। पार्टी में आने के बाद अभी तक पता नहीं चल पाया है कि राज्य में पार्टी का आलाकमान कौन है, क्योंकि आजतक मुझे पार्टी की प्रदेश स्तर की बैठक में कभी नहीं बुलाया गया। मैं अपनी बात कहां रखूं। पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है ही नही ंसाईमन ने कहा कि सीएनटी व एसपीटी एक्ट आदिवासियों के हित में हैं और इसमें किसी भी तरह का संशोधन नहीं होना चाहिए। राज्य सरकार इस मुददे को लेकर आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच खाई पैदा करना चाह रही है। साईमन ने झामुमो में जाने के सवाल पर इनकार करते हुए कहा कि वर्तमान में राजनीतिक के दक्ष खिलाड़ी हेमंत सोरेन बन गये है। राज्य की राजनीति में हेमंत सोरेन हीरो है। नया बच्चा है लेकिन अच्छा काम कर रहा है। मैं गुरूजी का सम्मान हमेशा से करता आ रहा हूं और आज भी मेरे मन में उनके लिए उतना ही आदर है। झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन से बातचीत होने के सवाल पर साईमन ने कहा कि व्यक्ति संबध के चलते आज भी उनसे मेरी बात होते रहती है।