झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री व झारखण्ड विकास मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि लिट्टीपाड़ा उप-चुनाव में प्रचार की समय
सीमा समाप्त होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवार के लिए प्रचार किया जो आचार संहिता का खुला उलंघन है. भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा खरौनी व रांगा में चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त हो जाने के बाद शाम 7.30 बजे माइक लेकर लगातार बैठक किये जाने का आरोप भी उन्होंने लगाया है. उन्होंने कहा कि भाजपा हताश व निराश है, तभी कानून की धज्जियां उड़ाने का वह काम कर रही है. श्री मरांडी ने कहा: इन मामले में पार्टी ने निर्वाचन आयोग में शिकायत की है. आयोग को इसमें तुरत संज्ञान लेना चाहिए तथा निष्पक्ष चुनाव हो, यह सुनिश्चित कराना चाहिए, ताकि आम लोगों का लोकतंत्र पर विश्वास बना रहे. मरांडी ने शनिवार को दुमका में प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि चुनाव आयोग को इस बात को गंभीरता से लेना चाहिए कि जबकि प्रचार का समय तीन बजे ही ख़त्म हो गया था तो भाजपा के बड़े नेता और उम्मीदवार सात बजे शाम तक कैसे प्रचार करते रहे.उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस इलाके के लिए कुछ किया होता तो उन्हें एक छोटे से चुनाव के लिए लिट्टीपाड़ा में पांच दिनों तक नहीं रहना पड़ता. बाबूलाल ने कहा कि वही हालत झारखण्ड मुक्ति मोर्चा का है. लगभग 40 वर्षों तक लगातार लिट्टीपाड़ा में राज करने के बावजूद झामुमो ने कुछ नहीं किया. यह इस बात से साबित होता है कि वोट मांगने के लिए शिबु सोरेन और हेमंत सोरेन आज भी धरना दिया हुए हैं.मरांडी ने दावा किया कि उनका उम्मीदवार लिट्टीपाड़ा में आश्चर्य जनक रूप से आगे जाएगा.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साहेबगंज में गंगा पुल के शिलान्यास पर बोलते हुए मरांडी ने कहा कि जब मैं झारखण्ड का मुख्यमंत्री था तभी मैंने इस योजना को लाया था. यदि मैं पांच महीने और मुख्यमंत्री रह जाता तो गोविंदपुर से साहेबगंज वाली सड़क और गंगा पुल दोनों का एक साथ काम होता.उन्होंने कहा कि साहेबगंज में गंगा पर पुल विकास लायेगा, लेकिन इस इलाके में बन्दगाह बनाना सफल नहीं होगा क्योंकि गंगा प्रायः सूख जाया करती है. यह योजना सिर्फ पैसे का बंदरबांट के लिया बनी है.मोके पर जिला अध्यक्ष धमेंद्र सिंह ,कार्यसमिति
सदस्य पिंटू अग्रवाल ,छोटू मुर्मू ,जमील अख्तर आदि मोजूद थे.