पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि देश की अस्मिता व सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार को ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए जो उड़ी की घटना के लिए जिम्मेदार हैं। कहा कि इनका कोई जाति व धर्म नहीं होता है। श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि देश की रक्षा के लिए शहीद होनेवाले जवानों में बिहार व झारखंड के भी सैनिक शामिल हैं। हेमंत ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार का गठन हुआ है तब से ऐसी घटनाएं हो रही हैं। अब तो यह महसूस हो रहा है कि नरेंद्र मोदी का सीना 56 इंच का नहीं बल्कि 16 इंच का हो गया है। कहा कि केंद्र सरकार की कथनी व करनी में फर्क है।
हेमंत ने कहा कि भोगनाडीह में शहीद सिदो-कान्हु की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने व उनके वंशजों के साथ मारपीट की घटना के पीछे भाजपा व आरएसएस की सुनियोजित साजिश है। हेमंत ने कहा कि उन्हें पक्की खबर है कि 25 दिन पूर्व आरएसएस के लोगों ने दुमका से साहिबगंज तक पूरे इलाके की रेकी की है। कहा कि भाजपा झारखंड और संताल परगना में सांप्रदायिक उन्माद फैलाना चाहती है। उनके स्तर से मामले में अधिकारियों को आगाह किया गया है कि वे साजिश करनेवालों को चिह्नित करें और उन पर कानूनी कार्रवाई करें ताकि सामाजिक सौहार्द बना रहे। हालांकि अब तक इस मामले को लेकर सरकार गंभीर नहीं है। इसलिए वे खुद भोगनाडीह जाकर पूरी स्थिति से अवगत होंगे और सिदो-कान्हु के परिजनों से मिलने के बाद राज्यपाल से मिलकर पूरी स्थिति की जानकारी देंगे और समुचित कार्रवाई का आग्रह करेंगे। अगर इसके बाद भी दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वे राष्ट्रपति से मिलकर इस मामले में समुचित कार्रवाई के लिए आग्रह करेंगे।
हेमंत ने मुख्यमंत्री रघुवर दास पर प्रहार करते हुए कहा कि वे पूरे देश में एकमात्र अजूबा मुख्यमंत्री हैं जो मंच से झूठ बोल कर भ्रम फैला रहे हैं। कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट को लेकर केंद्र व राज्य की सरकारें भ्रम फैला रही हैं कि इसमें कोई संशोधन नहीं किया जाएगा, लेकिन सच्चाई तो यह है कि संशोधन के मसौदे को कैबिनेट से पारित कराया गया है और आíडनेंस तैयार कर राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के पास भेजा गया है। हेमंत ने कहा कि एसपीटी-सीएनटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ राज्य की जनता ही नहीं उग्रवादी संगठन भी हैं। सरकार की कार्यशैली से चारों से अराजकता फैल रही है। कहा कि मुख्यमंत्री पूंजीपतियों को न्योता देने के लिए रोड शो के नाम पर करोड़ों रुपये बर्बाद कर रहे हैं जबकि जमीनी हकीकत यह है कि झारखंड में पूर्व से स्थापित तकरीबन 400 छोटे-बड़े उद्योग-धंधे बंदी के कगार पर है। मुख्यमंत्री रघुवर की झूठ के कारण देश के अन्य राज्य ही नहीं विदेशों में भी झारखंड की छवि धूमिल हो रही है। जमशेदपुर समेत कई इलाकों के स्थापित उद्योगपति झारखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं बदतर विधि व्यवस्था का हवाला देकर पलायन करने के मूड में हैं। कई पूंजीपतियों ने तो यहां तक कहा है कि नक्सल व प्रशासन को घूस दिये बिना कोई काम होना संभव नहीं है। इस मौके पर जिला अध्यक्ष सुभाष कुमार सिंह, नगर अध्यक्ष रवि यादव, प्रीतम कुमार साह, सुशील कुमार दुबे समेत कई पार्टी नेता मौजूद थे।