दुमका के लक्खीकुण्डी ग्राम स्थित यह पार्क सिदो कान्हु शौर्य स्मारक पार्क के नाम से जाना जायेगा। यह झारखण्ड के अमर शहीदों तथा हमारे देष के वीर सेना को समर्पित होगी। भविष्य में इसमें एक खुला आॅडिटोरियम का भी निर्माण करें जिसमें, शहीदों की कीर्ति तथा सेना के शौर्य को प्रदर्षित किया जाय। जिसमें शहीदों के स्मारक बनाये जायेंगे जिसमें देष के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले संताल परगना के सपूतों के नाम दर्ज होंगे। यहा बात झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुमका जिले के लक्खीकुण्डी में सिदो कान्हु शौर्य स्मारक पार्क के उद्घाटन करते हुए अपने सम्बोधन में कहा। उन्होंने दुमका के तथा संताल परगना के अमीर और गरीब सब की भागीदारी का आह्वान किया। उन्होने कहा कि सब मिलकर अपने कम या अधिक योगदान से इस पार्क को सुन्दर बनायें। मुख्यमंत्री ने लोगों को सर्व धर्म संभाव की नीति के अनुसरण की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष एक बार फिर से विष्वगुरू तभी बन सकता है जब हम अपनी धर्म, संस्कृति और परम्परा को अक्षुण्ण बनाये रखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी धर्मों का आदर करते हैं। धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले समाज को खण्डित करते है। उन्होंने आदिवासी मूलवासी के नाम पर राजनीति तथा नारेबाजी करने के बदले आदिवासियों और मूल वासियों के विकास के लिए समर्पित होकर काम करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड में पर्यटन का विकास कर रोजगार के अवसर बढ़ाये जा सकते है। राज्य सरकार झारखण्ड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्प है।
झारखण्ड में निवास करने वाले कई ऐसे लोग हैं जो अपने खर्चे से देश के प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थलों के यात्रा नहीं कर सकते हैं। झारखण्ड सरकार आने वाले समय में राज्य की प्रत्येक बीपीएल परिवार के एक सदस्य को एक सहयोगी के साथ देष के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों की यात्रा करने की सुविधा प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य चाहे अमीर हो या गरीब हमेषा सुख, शांति और सुकून की खोज में रहता है। आजकल के भागदौड़ वाली जिन्दगी में प्रत्येक व्यक्ति तनाव की जिन्दगी जीता है। पार्क लोगों को शांति और सुकून देने का ही स्थान होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्क आप सबों का पार्क है। इसे साफ सुथरा रखना आप सबों का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मैं जब कभी भी दुमका आऊंगा पार्क देखने अवष्य आऊंगा। अवसर पर अपने सम्बोधन में झारखण्ड सरकार के कल्याण मंत्री डा लोईस मरांडी ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुमका सिर्फ नाममात्र के लिए ही उपराजधानी था। वर्तमान सरकार इसे वास्तविक रूप में उपराजधानी की शक्ल दे रही है। मंत्री ने कहा कि दुमका शहर के बीच सिंघाड़ा पोखरा स्थित मलगढ़ा जहाँ कूड़े का जमाव होता है को दुमका शहर से बाहर लेजाने हेतु तथा शहर के निकास प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए योजना बनाने की बात कही। अपने स्वागत सम्बोधन में दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने आज के दिन को दुमका के लिए ऐतिहासिक दिन बतलाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की दी गई प्रेरणा कि ‘‘कुछ ऐसा करे जिसके लिए लोग आपको हमेषा याद रखें’’ उनको अभियान के तौर पर इस पार्क के निर्माण हेतु प्रेरित कर रहा था। उन्होंने पार्क निर्माण में सहयोग करने वाले तमाम पदाधिकारियों के प्रति आभार जतलाया तथा कहा कि भविष्य में और राशि उपलब्ध होने पर पार्क में और भी सुविधायंे बढ़ायी जायेगी।धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संताल परगना प्रमंडल के क्षेत्रीय उपनिदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री का पारम्परिक ढंग से लोटा पानी स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने फीता काटकर एवं शिलापट्ट का अनावरण कर विधिवत रूप से पार्क का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने पार्क के अन्दर बनाये गये फुलवारी, जलपानगृह, नौकायन स्थल आदि का अवलोकन किया। इस अवसर पर झारखण्ड सरकार के मुख्यमंत्री रघुवरदास, कैबिनेट मंत्री डा0 लोईस मरांडी, मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, संताल परगना प्रमंडल के आयुक्त बालेष्वर सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक अखिलेष झा, दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित सहित पदाधिकारी एवं शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।