दुमका : शहरी क्षेत्र को खुले में शौच मुक्त घोषित किए जाने के बाद भी लोगों की आदत में सुधार नहीं हो रहा है। कुछ ऐसे ही लोगों को सबक सिखाने के लिए शुक्रवार को नगर परिषद अध्यक्ष अमिता रक्षित ने शहरी क्षेत्र के कुछ स्थलों का जायजा लिया और सड़क किनारे गंदगी देख सफाई करनेवाले एनजीओ को सख्त हिदायत दी। अध्यक्ष ने बिना शौचालय वाले दो घरों को निर्माण के लिए आवेदन देने को कहा।
अध्यक्ष ने यज्ञ मैदान के पीछे रोड का जायजा लिया। सड़क के किनारे शौच देख नाराजगी जतायी और मानव कल्याण समिति के अध्यक्ष संतोष भदौरिया को बुलाकर सफाई कराने का निर्देश दिया। वार्ड 13 के निरीक्षण में यह जानने का प्रयास किया कि किस घर के लोग खुले में अभी शौच कर रहे हैं। इस क्रम में पता चला कि शंकर कसेरा और गणेश कसेरा के घर में अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है। शौचालय के अभाव में परिवार के लोग खुले में शौच करते हैं। अध्यक्ष ने दोनों परिवार के सदस्यों से कहा कि वे लोग शौचालय और पक्के आवास के लिए नगर परिषद को आवेदन दें।
अध्यक्ष ने बताया कि दोनों परिवार अत्यंत गरीब हैं और बदहाली के दौर में रहने को विवश हैं। आवेदन मिलने के बाद दोनों को शौचालय और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाने के लिए पैसा दिया जाएगा।