पाकुड़। झामुमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष-सह-सांसद विजय हांसदा ने मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा दिये गए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बाहरी मुख्यमंत्री को इस राज्य की चिंता नहीं है। उन्हें यहां की आदिवासी और मूलवासी के रीति-रिवाज, संस्कृति-परम्परा, रहन-सहन और जल, जंगल, जमीन की जानकारी नहीं है। इसलिए ऐसे मुख्यमंत्री को यहां की जनता इस बार छत्तीसगढ़ भेज देगी। इस सरकार में आदिवासी और मूलवासी की जमीन को छीनकर उद्योगपतियों को को सौंपा जा रहा है। ऐसे बाहरी मुख्यमंत्री से राज्य का तनिक भी भला नही हो सकता है। सांसद ने कहा कि वर्तमान सरकार हर दिन पूंजीपतियों के हित की बात सोचने में लगी है, उन्हें यहां की प्रजा से कोई लेना देना नहीं है।
सांसद ने कहा कि इस राज्य में भूख से गरीब मर रहे हैं, और सरकार हर दिन मनरेगा मजदूरों का जॉबकार्ड डिलीट करवा रही है। मनरेगा मजदूरों का मजदूरी भुगतान बकाया है। इस राज्य में शिक्षकों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। पारा शिक्षकों द्वारा अधिकार मांगने पर लाठियां बरसाई गई। अपराधियों की तरह उन्हें जेल गया। यह सरकार डंडे की चौट पर लोगों में भय पैदा कर रही है। झामुमो सुप्रीमो दिशोम गुरुजी शिबू सोरेन ने लंबी लड़ाई लड़कर झारखंड राज्य को अलग किया है। हेमंत सोरेन के 14 माह के शासन में गरीबों के लिये कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की थी। आज सभी योजनायें बंद है।