झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने फहराया पार्टी का झंडा
दुमका। झामुमो के 44वें स्थापना दिवस पर दुमका के गांधी मैदान में देर रात तक चलने वाली रैली में इस बार भारी भीड़ जुटाकर पार्टी ने संताल परगना में अपनी ताकत का एहसास कराया है। यात्री बसों और छोटे- बड़े वाहनों से दुमका पहुंचे झामुमो नेता, कार्यकर्ता और समर्थक गुरुवार की शाम एसपी कॉलेज मैदान में जुटे और वहां से ढोल-नगाड़ा व बैंड बाजे के साथ जुलूस के रूप में टीन बाजार व वीर कुंवर सिंह चौक के रास्ते गांधी मैदान पहुंचे।
पोखरा चौक पर सिदो कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद दुमका विधायक बसंत सोरेन ने जुलूस का नेतृत्व किया। 2020 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 02 फरवरी के जुलूस का नेतृत्व किया था पर गुरुवार की दोपहर 3 बजे पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन के साथ हैलिकॉप्टर से दुमका पहुंच जाने के बावजूद वह इस साल जुलूस में शामिल नहीं हुए।रात के लगभग 8 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता और पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन के साथ गांधी मैदान पहुंचे और पार्टी स्थापना दिवस पर जुटी भीड़ को देखकर वह खासे उत्साहित नजर आये। शिबू सोरेन के मैदान में पहुंचते ही वीर शिबू जिंदाबाद और हेमंत सोरेन जिंदाबाद का जोरदार नारा लगवाया गया।
शिबू सोरेन ने वहां बनायी गयी शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित कर अलग झारखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को नमन किया और फिर पार्टी का झंडा फहरा कर झामुमो के 44वां स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन किया। विधायक बसंत सोरेन का हाथ पकड़ कर वह मंच तक पहुंचे।उल्लेखनीय है कि हर साल 2 फरवरी को आयोजित किया जाने वाला झामुमो का स्थापना दिवस समारोह पिछले दो साल कोरोना के कारण सांकेतिक रूप से दिन में आयोजित किया गया था। इस साल फिर से यह कार्यक्रम पुराने दिनों के तरह देर रात तक चला। आधी रात के बाद पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन जनता को संबोधित किया। हालांकि उनका संबोधन अब संक्षिप्त ही होता है। उससे पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संबोधन हुआ। 44वें झारखंड दिवस पर गांधी मैदान का मंच मंत्री हफीजुल अंसारी, पार्टी के सांसद विजय हांसदा, सांसद महुआ माजी, विधायक स्टीफन मरांडी, दिनेश विलियम मरांडी, नलिन सोरेन, सीता सोरेन, केंद्रीय महासचिव सुप्रिय भट्टाचार्य, विनोद पांडेय, अन्य विधायक, पूर्व विधायक और झामुमो जिलाध्यक्षों से भर गया था। मंच का संचालन पार्टी के प्रमंडलीय सचिव विजय कुमार सिंह ने किया।