कहते है जंहा चाह है वंहा राह है…….
इसी कहावत को चरित्रार्थ कर रही है उप राजधानी दुमका के लूटपाड़ा मोहल्ला में रहने वाली समाजसेवी शबनम खातून। इन्होने 20 अप्रैल 2016 को 160 बच्चो को गोद लेकर समाज के लिए एक मिसाल कायम किया है। समाजसेवी ने इन बच्चों को वर्ग 1 से 10 तक पढ़ाने का जिम्मा उठाया है। समाजसेवी ने कहा कि इन बच्चों मे पढ़ने की ललक मुझे इनके पास खींच लाई। गोद लिये बच्चों में 2 साल से लेकर 12 साल के बच्चे एवं बच्चियां शामिल है। 160 बच्चों में 40 लड़की व 120 लड़का है। जिसमें सभी समुदाय के बच्चे शमिल है। सभी बच्चों को उनके समुदाय के अनुसार उन्हे तालिम दिया जा रहा है। ताकि ये बच्चे आगे चलकर कुछ कर सके। इनके इस कार्य को देख मोहल्ला के लोग इनके तारीफ करने से नही चुकते है। लोगो ने कहा की बहुत कम देखने को मिलता है कि लोग दूसरे के बारे में भी कुछ करने की सोचते है। जिसमें समाजसेवी का नाम सबसे पहले आता है। शबनम ने बताया कि इन बच्चों को सरकारी स्कूल में नामांकन कराने के बाद इन्हे ओर बेहतर शिक्षा के लिए घर में दो षिक्षको को भी रखा गया है। यंहा बता दे कि इन बच्चों को समाजसेवी अपने खर्च पर पढ़ा-लिखा रही है। अभी तक इन्हे कोई सहायता किसी से प्राप्त नही है। बच्चों को शिक्षिका आबिदा प्रवीण के द्वारा डांस भी सिखाया जाता है। जिससे बच्चे काफी खुश है। गोद लिये बच्चों में कई तो काफी गरीब है तो कई अनाथ है। पर सभी का सहारा बनी हुई है समाजसेवी शबनम खातून।